MS - Nṛsiṃha and Śiva mantra
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Courtesy: Dr. Govinda Sharan Upadhyaya (Friday 13 February 2015 at 20:41)
Available at the following link:
Dr. Upadhyaya gives the following caption to this:
Mantra-Manuscript : Written in hand made papers by hand made Ink about 302 year ago by one of my ancestor.
मूलपाठ
श्री
१९
1. स्वाहा ।। वज्रदंताय शिखायै वषट् ।। धी
2. महिकवचाय हुं ।। तन्नोनृसिंहनेत्रत्र
3. यायवैाषट् ।। प्रचोदयात्अस्त्रायफट्
4. इति नृसिंहगायत्री ।। अथमंत्रः ।। ओं नृं नृं
5. नृं नृसिंहायनमः ।। इतिमंत्रः ।। १ ।। अथ
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(२०?)
1. शिवगायत्री ।। ओं महादेवाय विमहे ।।
2. रुद्रमूतर्ति धीमहि ।। तन्नोशिवप्रचोदया
3. त् ।। ओं महादेवाय अंगुष्ठाभ्यां नमः ।। वि
4. द्महेतर्जनीभ्यां नमः ।। रुद्रमूर्तिमध्यमा
5. भ्यां नमः ।। धीमहिअनामिकाभ्यां नमः
In English
Śrī
19
The Nṛsiṃha Gāyatrī and the mantra of Lord Nṛsiṃha.
(20 ?)
The Śiva Gāyatrī.